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पहाड़ पर बढ़ता जा रहा गुलदार का आतंक, बच्ची के मारे जाने से गांव में दहशत

कुमाऊं में तेंदुए का आतंक कम होने का नाम नहीं ले रहा है। घर के आंगन से शुक्रवार रात बच्ची को गुलदार उठा ले गया। करीब डेढ़ किमी दूर उसका शव वन विभाग ने बरामद किया।

By Skand ShuklaEdited By: Updated: Sat, 05 Oct 2019 07:05 PM (IST)
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पहाड़ पर बढ़ता जा रहा गुलदार का आतंक, बच्ची के मारे जाने से गांव में दहशत
बागेश्वर, जेएनएन : कुमाऊं में तेंदुए का आतंक कम होने का नाम नहीं ले रहा है। घर के आंगन से शुक्रवार रात बच्ची को गुलदार उठा ले गया। करीब डेढ़ किमी दूर उसका शव वन विभाग ने बरामद किया। शनिवार को शव के पंचनामे के बाद एक लाख रुपये का मुआवजे वन विभाग ने परिजनों को दिया। साथ ही वन विभाग की टीम यहां जमी हुई है। गुलदार को आदमखोर घोषित करने की रिपोर्ट भेजने के साथ ही गांव में दो ङ्क्षपजड़े लगाए गए हैं। गांव के लोग दहशत में हैं। अभी पिछले शुक्रवार को पिथौरागढ़ जिले बेरीनाग के जाख गांव के मनेत तोक में मां की गोद से तेंदुआ बच्चे को छीन ले गया था। मां और परिजनों के शोर मचाने पर ग्रामीणों ने तेंदुए के पीछा किया तो वह 250 मीटर दूर बच्चे को छोड़कर भाग गया। बच्चे को सीएचसी ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था।

शुक्रवार देर रात पांच वर्षीय दिया पुत्री सुंदर सिंह अपनी बड़ी बहन के साथ शौचालय की तरफ जा रही थी। घर के आंगन में सेंध लगाकर बैठे गुलदार ने उसे उठा लिया और बड़ी बहन वहीं अचेत हो गई। शोरगुल के बाद गुलदार झाडिय़ों की तरफ भाग गया। ग्रामीणों ने रात में बालिका को खोजने की कोशिश की, लेकिन तब तक गुलदार ने बच्ची के गर्दन से ऊपर का हिस्सा खा लिया था। गांव से करीब डेढ़ किमी दूर जलमानी अस्पताल के नीचे बच्ची का क्षत-विक्षत शव बरामद हुआ।

पूर्व विधायक फस्र्वाण की सूचना के बाद बागेश्वर से तहसीलदार नवाजिस खलीक मौके पहुंचे और वन विभाग के आरओ भी पूरी टीम के साथ गांव में डटे हुए हैं। उन्होंने बताया कि परिवार को दो लाख रुपये बाद में प्रदान किए जाएंगे। डीएम रंजना राजगुरु ने कहा कि ग्रामीणों को सावधान रहने की जरूरत है। घटना दर्दनाक है और पीडि़त परिवार को हरसंभव मदद की जाएगी। गुलदार को पकडऩे के लिए पिंजड़ा लगाने के निर्देश वन विभाग को दिए गए हैं।

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